Saturday, April 19, 2025
HomeLifestyleशहीद दिवस कब और क्यों मनाया जाता है,शहीद दिवस के मौके पर...

शहीद दिवस कब और क्यों मनाया जाता है,शहीद दिवस के मौके पर महात्मा गांधी के अनमोल विचार

Lifestyle : भारतवर्ष में 30 जनवरी शहीद दिवस के रूप में मानते है। महात्मा गांधी ने देश को आजादी दिलाने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई जाती है। इस दिन 1948 ई० को नाथूराम गोडसे ने नई दिल्ली में राष्ट्रपिता महात्मी गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। ये पूरे देश के लिए शोक का दिन था। उनकी शहादत हर उस क्रांतिकारी की शहादत बन गई,जिसने आजादी की जंग लड़ी थी। इस दिन को भारतीय इतिहास में काले दिन के रूप में जाना जाता है। 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 77 पुण्यतिथि है।

Lifestyle शहीद दिवस

भारतवर्ष में शहीद दिवस को 2 बार मनाया जाता है एक 30 जनवरी दूसरा 23 मार्च । 30 जनवरी 1948 ई० को नाथूराम गोडसे ने दिल्ली के बिड़ला भवन में महात्मा गांधी की तीन गोलियाँ मारकर उनकी हत्या कर दी थी। तब से यह दिन उनकी पुण्यतिथि के रूप से जाना जाने लगा । दूसरा 23 मार्च 1931 ई० को भगत सिंह एवं उनके दो साथियों सुखदेव,और राजगुरु को अंग्रेजी हुकूमत ने फांसी दी थी। इन तीनों की क्रांतिकारियों को यह सजा लाला लाजपत राय की हत्या का बदला लेने के लिए ब्रिटिश अधिकारी सांडर्स को गोली मारने को लेकर दी गई थी। इन्होंने देश को आजादी दिलाने के लिए अपने प्रांण न्योछावर दर दिए। यही कारण प्रत्येक वर्ष 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। ऐसे में हमारे देश में प्रतिवर्ष दो बार शहीद दिवस मनाया जाता है। इस दिन स्कूल,कॉलेज और शैक्षणिक संस्थानों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। युवाओं को भगत सिंह,राजगुरु और सुखदेव की देशभक्ति से प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। महात्मी गांधी हमेशा से समावेशी,समतामूलक और विविधताओं से भरे समाज के पक्षधर रहे। वह समाज में जाति धर्म को कमजोर बनाने वाली बुराइयों व कुरीतियों को जड़ से खत्म करना चाहते थे। महात्मा गांधी के विचार आज के युग में भी काफी प्रासंगिक हैं,चाहे वो फिर आत्मनिर्भर भारत की कल्पना हो या फिर देश को स्वच्छ व साफ सुथरा बनाने का सपना। महात्मा गांधी हमेशा कहते थे कि सत्य व अहिंसा के मार्ग पर चलकर अन्याय व बुराइयों को खत्म किया जा सकता है। शहीद दिवस पर भारत के राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री एवं अन्य उच्च अधिकारी/नेता राजघाट पर जाकर गांधी जी के समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित करके उनको याद करते हैं। इसके बाद पूरे देश में 2 मिनट का मौन रखकर महात्मा गांधी सहित अन्य वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है।

शहीद दिवस मौके पर महात्मा गांधी के कुछ अनमोल वचन

1.धैर्य का छोटा हिस्सा भी एक टन उपदेश से बेहतर है
2.प्रसन्नता लड़ाई में,प्रयास में,पीड़ितों में शामिल है,जीत में नहीं
3.बापू ने कहा कि स्वास्थ्य ही असली संपत्ति है,न कि सोना और चांदी ।
4.व्यक्ति अपने विचारों के सिवाय कुछ नहीं है,वह जो सोचता है वह बन जाता है ।
5.ताकत शारीरिक शक्ति से नहीं आती है,यह अदम्य इच्छाशक्ति से आती है ।
6.कमजोर कभी क्षमाशील नहीं हो सकता है,क्षमाशीलता ताकतवर की निशानी है ।
7.प्रेम की शक्ति दंड की शक्ति से हज़ार गुना ज़्यादा प्रभावशाली और स्थायी होती है ।
8.सभ्यता,संस्कृति और गरिमा का सबसे सही परीक्षण चरित्र है,कपड़े नहीं ।
9.गौरव लक्ष्य पाने के लिए कोशिश करने में हैं,न कि लक्ष्य तक पहुंचने में ।
10.किसी देश की महानता और उसकी नैतिक उन्नति का अंदाजा हम वहां जानवरों के साथ होने वाले व्यवहार से लगा सकते हैं ।

यह भी पढ़े : मौनी अमावस्या से पहले उमड़ा श्रद्धालुओं का जन सैलाब,आज रात्रि से शुरू होगा शाही स्नान

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments