Uttar pradesh : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत को लेकर हंगामा मचा हुआ है। इस बीच गुरुवार की सुबह पुलिस कांग्रेस दफ्तर में जांच-पड़ताल के लिए पहुंची। वहीं इस मौत के मामले में अब कांग्रेस नेताओं की तरफ शक की सुई घूम चुकी है। कई ऐसे सवाल हैं,जो शक पैदा करती हैं,जैसे कि कांग्रेस दफ्तर में प्रभात पांडेय दो घंटे तक बेहोश पड़ा रहा तो आखिर उसे दो घंटे तक क्यों इंतजार किया गया,क्यों नहीं उसे कांग्रेस नेता अस्पताल लेकर गए या फिर उसके परिजनों को तुरंत क्यों नहीं सूचना दी गई,उसे जब अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने बताया कि प्रभात पांडेय को मृत अवस्था में लाया गया।

Uttar pradesh Prabhat pandey news update
बुधवार की रात को करीब रात दो से तीन घंटे तक कांग्रेस के लोगों से पूछताछ हुई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय से अभी पूछताछ होनी है। जांच के लिए पुलिस आज फिर कांग्रेस कार्यालय पहुंची और पूछताछ की। वहीं यूपी पुलिस की पिटाई का आरोप भी गलत निकला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी युवक पर शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं पाए गए हैं। डीसीपी रवीना त्यागी के नेतृत्व में पुलिस टीम कांग्रेस दफ्तर पहुंची हुई थी। सबूतों का संकलन और कर्मचारियों से पूछताछ के बाद पुलिस की टीम बाहर निकली।
मृतक प्रभात के चाचा ने एफआईआर में यह सवाल भी उठाए हैं,जो कांग्रेस के लिए मुसीबत बन सकती है। चाचा का कहना है कि प्रभात पांडेय गोरखपुर से कांग्रेस प्रदर्शन में शामिल होने नहीं गया था। वह लखनऊ के गोमतीनगर में एमिटी यूनिवर्सिटी के पास पीजी में रहता था। वह Uttar pradesh कांग्रेस मुख्यालय कैसे पहुंचा मुझे नहीं पता। शाम 4:30 बजे कांग्रेस दफ्तर से मनीष को फोन आया। फोन पर कहा गया कि कांग्रेस ऑफिस में दो घंटे से प्रभात बेहोश पड़ा है,और उसके हाथ-पैर ठंडे पड़ गए हैं। जिसके बाद चाचा मनीष ने अपने एक जानने वाले संदीप को कांग्रेस मुख्यालय भेजा। जिसके बाद संदीप के दबाव डालने पर प्रभात को सिविल अस्पताल लेकर आए,जहां डॉक्टर ने प्रभात को मृत घोषित कर दिया।